Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

ब्रेकिंग

latest
//

वीडियो–बस्तर के लाल ने तोड़ा World Record…Cycling में इतिहास रचने को तैयार

जगदलपुर–अगर इरादें नेक हो ..तो छोटी सी प्रेरणा से पूरा जीवन बदला जा सकता है...जगदलपुर के कुम्हारपारा के रहने वाले आसिफ खान का जीवन भी कुछ ऐस...


जगदलपुर–अगर इरादें नेक हो ..तो छोटी सी प्रेरणा से पूरा जीवन बदला जा सकता है...जगदलपुर के कुम्हारपारा के रहने वाले आसिफ खान का जीवन भी कुछ ऐसे ही मोड़ पर है..जहां पर एक सफलता तो वो पा चुके है...और दूसरी उनका इंतजार कर रहीं है...आसिफ सायकिलिंग की दुनिया में छग का ही नहीं पूरे देश का नाम रौशन कर रहें है....इस समय उनके नाम एक गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड आ चुका है...जिसमें उन्होंने 24 घंटे में 286 किलोमीटर सायकिल चलाने का रिकॉर्ड तोड़ा है, जो कि महाराष्ट्र के शख्स प्रसाद एरांडे के नाम पर है...और 11 घंटे,1 मिनिट,23 सेकेंड में 300 किलोमीटर सायकिल चलाई है....महज फिटनेस के लिए रोज 40 किलोमीटर साइकिल चलाने वाले आसिफ के जीवन में उनके मित्र डॉ.मनोज थॉमस नई राह लेकर आए ...और उन्हें इसी क्षेत्र में आगे बढ़ने में हर संभव सहायता की....हालांकि शुरुआत में कुछ समस्याएं भी आई...लेकिन सफलता का रास्ता इन्हीं गलियारों से होता हुआ रिकॉर्ड की तरफ ले गया....


एक नजर आसिफ के जीवन पर

बस्तर की धरती के कुम्हारापारा में पले-बढ़े आसिफ ने छोटी सी उम्र में ही अपने पिता को खो दिया...और यहीं से जीवन में संघर्ष शुरु हो गया...छोटी सी उम्र में ही मिली जिम्मेदारियों को आसिफ ने सकारात्मक रुप में लिया और जुट गए हर उस छोटे –बड़े काम में जिससे आय मिल सकती थी...इसके लिए आसिफ ने शॉप में भी काम किया...लेकिन सायकिल ने सपनों को उड़ान दी और ...आसिफ ने पहले तो फिटनेस के लिए सायकिल चलाना शुरु किया...लेकिन धीरे धीरे सायकिल के पहियों ने दूरियों को कम कर दिया...और आसिफ के अंदर एक नई ऊर्जा भर दी...यहीं से आसिफ हर दिन ज्यादा से ज्यादा दूरी तय करने लगें...आसिफ की एक और इच्छा है कि ..फोरेस्ट की नौकरी के दौरान उनके पिता की मौत हुई थी....वो उसी नौकरी को अनुकंपा के रुप में चाहते है....

मित्रता बनी सबसे बड़ी ताकत

आसिफ बताते है कि उनके मित्र डॉ मनोज थॉमस सबसे बड़े सहायक बने...जिन्होंने प्रेरणा देने से लेकर हर छोटी सी छोटी जरुरत को पूरा करने में मदद की...आज आसिफ हर दिन करीब 100 किलोमीटर सायकिल चला लेते है...उनके इस जज्बें को देखकर साथ रोटरी क्लब जगदलपुर के युवाओं ने भी हाथ बढ़ाकर आसिफ की जरुरतों को पूरा किया...वहीं प्रशासन की मदद से सायकिलिंग ट्रैक तैयार किया गया..जिस पर आसिफ ने रिकॉर्ड सायकिल चलाई...

आगे की रणनीति-

34 साल के आसिफ खान वर्ल्ड रिकार्ड बनाने के लिए पिछले 4 महीने से तैयारी कर रहें है... हर दिन रोजाना 6 घंटे की प्रैक्टिस में वे 100 किमी का लक्ष्य हासिल करते है... उन्होंने कहा कि अक्टूबर के पहले हफ्ते में इस रिकार्ड के लिए मैदान में उतरना था लेकिन किसी कारण से जनवरी में संभव हो पाया... आसिफ बताते है अगला रिकॉर्ड वो 12 घंटे में 286 किलोमीटर सायकिल चलाकर पूरा करेगें..ये रिकॉर्ड यूके के शख्स के नाम पर है...जिसे वो 27 जनवरी को ब्रेक करने के लिए ट्रैक पर उतरेगें...अगर वो ऐसा कर पाते है...तो शायद वो इकलौते शख्स होगें...जिनके नाम पर 2 रिकॉर्ड होगें...आसिफ का आगे का लक्ष्य ये भी है कि वो ऐसे युवाओं को तैयार करें..जो सायकिलिंग की दुनिया में छग ही नहीं देश का नाम भी रौशन करें।




No comments

//